केले को लेकर आगे बढ़ें!

बहुत कम ही लोग हैं जो केले से परिचित नहीं हैं। यह उष्णदेशीय फल आसानी से दुनिया के हर प्राँत में पाए

New Update
yes yes to banana

बहुत कम ही लोग हैं जो केले से परिचित नहीं हैं। यह उष्णदेशीय फल आसानी से दुनिया के हर प्राँत में पाए जाते हैं और 150 देशों से भी ज़्यादा जगहों में उपजते हैं। केला बहुत प्रकार का होता है और इसके आकार और रंग में भी अंतर होता है। एक बार केले को छीलकर इसको यूं ही खा सकते हैं या कई रेसिपियों के साथ इसका इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे - सलाद, मफ्फिन, ब्रेड, स्मुदी, मिल्कशेक आदि। केला पौष्टिकता से भरपूर होता है, यह प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले स्वास्थ्यवर्द्धक खाद्दों में एक है। मध्यम आकार के केले में 95 कैलरी होते हैं और जल्दी और अनवरत ऊर्जा उत्पादक होता है। जो व्यायाम करते हैं और माँसपेशियाँ बनाते हैं उनके लिए यह मनपसंद खाद्द है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर रहता है और अच्छी मात्रा में पोटाशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नेशियम, ज़िन्क और कई ज़रूरी विटामिन मौजूद होते हैं। इसमें उच्च मात्रा में आयरन भी मौजुद होता है। यह फल लाभ से भरपूर, सस्ता और स्वाद से भरपूर होता है।

केले से मिलने वाले कुछ लाभ निम्नलिखित हैं-

1.जो अवसाद से ग्रस्त होते हैं वह केला खाकर अच्छा महसूस करते हैं। केला आपको आनंद का अनुभव कराने में मदद करता है क्योंकि उनमें ट्रिपटोफैन रहता है, जो एक प्रकार का प्रोटीन होता है जिसको शरीर सेरोटोनीन में बदल देता है, जिससे आराम मिलता है और मन की स्थिति उन्नत होती है।

2.केला पोटाशियम की उच्च मात्रा के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। एक मध्यम आकार से एकल केला में 400 एम.जी. पोटाशियम रहता है। व्यायाम के बाद माँसपेशियों में ऐंठन को केले में मौजूद पोटाशियम रोकने में मदद करता है। अच्छी स्नायु और माँसपेशियों के क्रिया के लिए और शरीर में द्रव्य का स्वास्थ्यवर्द्धक संतुलन का व्यवस्थित रहनें के लिए यह ज़रूरी होता है।

3.दूसरे और फलों की तरह केले में अच्छी मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है।

4.केले में जो फाइबर होता है वह कब्ज़ होने से रोकता है, मलोत्सर्ग को सामान्य करता है और पाचन क्रिया में मदद करता है।

5.केले में अत्यधिक मात्रा में पोटाशियम होने के साथ-साथ सोडियम कम मात्रा में रहता है, वे ऐनथोक्लेरोसिस के संभावना से बचाता भी है और उससे सुरक्षा भी प्रदान करता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना को कम करता है।

6.केले में उच्च मात्रा में पोटाशियम (लगभग 467 एम.जी.) रहता है और कम मात्रा में सोडियम (लगभग 1एम.जी.) रहता है, इसके कारण केला खाने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

7.केले के छिलके के अंदर के भाग से मच्छर काटने के जगह पर रगड़ने से खुजलाहट से राहत मिलती है।

8.केला प्राकृतिक अम्लतत्वनाशक होता है और दिल के जलन, अधिक मदिरा पीने हेतु शरीर में परिणाम का अनुभव और ऐसीडिटी से राहत दिलाता है।