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जैसा की हमें पता है प्याज़ को
पकाते वक्त खुशबु आती है जिसका बहुत अधिकतर लोग आनंद उठाते हैं। प्याज़
काटने से हमारी आँखों से अनियंत्रित रूप से पानी बहता है। अगर अपने
व्यंजनों में प्याज़ खाना पसंद करते हैं तो आप हमेशा असंतुष्ट रहेंगें।
इसलिए वह जाने कि प्याज़ में ऐसा क्या होता है जो हमें इतना अप्रिय लगता
है?
जब अब प्याज़ को काटते हैं तो, प्याज़ को तोड़कर उसके कई
कोशिकाओं को खोल देता है। कुछ कोशिकाएँ में एन्ज़ाइम होते हैं जिसको काटने
पर एन्ज़ाइम बाहर निकल जाते हैं। एन्ज़ाइम कुछ चीज़ों को तोड़ता हुआ
कोशिकाओं से निकलता है। कुछ पदार्थ अपने को वोलाटाइल गैस में बदल देते हैं।
यह गैस आँखों में पहुँचकर पानी के साथ क्रिया करके नमी पैदा करती है। इस
बदलाव से हल्का सल्फ्यूरिक ऐसिड पैदा होता है, जो आँखों को जलाता है। इससे
आँख का बचाव होता है। आपके आँखों के नर्व बहुत संवेदनशील होते हैं जिससे
प्याज़ काटने पर और जलती हैं। आपकी दूसरी प्रतिक्रिया है आप आँखों को मलते
हैं, अगर आपको हाथों में प्याज़ का रस है तो और जलता है।
यह
वोलाटाइल कम्पाउन्ड प्याज़ में स्वाद लाता है, सब्ज़ी में अच्छी महक भी
लाता है। लहसुन को काटने पर भी ऐसिड निकलता है, लेकिन इसमें गैस और महक
नहीं है।
बहुत तरह के उपचार भी हैं, इस जलन से बचने के लिए। प्याज़
काटते समय अपने सर को जल्दी घुमा लें ताकि वह आँखों तक न पहुँच सके। प्याज़
का छिलका छुड़ाकर फ्रिज में रखें जिससे गैस निकलता है और तापमान बदलने से
प्याज़ का कम्पाउन्ड भी बदलता है। दूसरा आसान तरीका है प्याज़ को पानी के
अंदर या खुले पानी के नल के नीचे काटें।