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जैम और मारमलेड फल को परिरक्षित करने का एक प्रकार है। दोनों में एक ही सामग्री का इस्तेमाल होता है और बनता भी एक ही तरीके से हैं जिसमें फल को उबालकर, मैश करके और गाढ़ा गूदा बनाने के बाद चीनी और पानी के मिश्रण में पकाया जाता है। लेकिन दोनों का स्वाद बहुत अलग होता है। जैम मीठा होता है और मारमलेड थोड़ा कड़वा, मीठा और तीखा स्वाद वाला होता है।
जैम फल का मीठा स्वाद लेकर फल के प्यूरे से बनता है जैसे स्ट्रॉबेरीज़, ब्लूबेरीज़, रास्पबेरीज़, आलूबुखारा, खुबानी, आम, सेब, आदि। कुछ जैम, जिन फलों से बनते हैं, उनके टुकड़े उसमें रहते हैं। चीनी और पेक्टिन जैसे जेल बनाने वाले पदार्थ डाले जाते हैं ताकि नरम फैलनेवाला टेक्सचर और गाढ़ापन आ सके। सिट्रिक ऐसिड का इस्तेमाल परिरक्षण के लिए किया जाता है।
मारमलेड जेली जैसा ही होता है और इसे बनाने में सिर्फ सिट्रस फ्रूट के गूदे और रस का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें भी चीनी और पेक्टिन का इस्तेमाल होता है। जहाँ जैम में फल के टुकड़े डाले जाते हैं, मारमलेड में खट्टे फलों के छिलकों का इस्तेमाल होता है, जो उसमें प्रसुप्त रहता है। ये छिलके स्वादिष्ट हल्का कड़वा से मीठा और तीखा स्वाद मारमलेड को देता है। मारमलेड ज़्यादातर सिट्रस फ्रूट से ही बनता है, जिसमें नींबु, अनारस और संतरा रहता है।
जैम और मारमालेड दोनो का एक साधारण ब्रेड के स्लाइस पर या गरम टोस्ट के ऊपर लगाकर स्वादिष्ट ब्रेकफास्ट का भाग बनाया जा सकता है।