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कैरागीनन को लेकर बहुत सारे प्रश्न
है। बहुत सारे खाद्द-पदार्थों में, विशेषकर प्रोसेस्ड फूड में एक तरह का
रसायन रहता है जिसे गम कहते है। हम जेलाटिन और र्कान-स्टार्च से परिचित है।
अगर हम प्रोसेस्ड फूड की तरफ देखेंगें तो बहुत तरह के गम जैसे- कैरागीनन,
ज़ैनथम गम, सेल्युलोस गम, लोकस्ट बीन गम, अगर-अगर आदि। खाद्द-वैज्ञानिक इस
वस्तु का इस्तेमाल चार कारणों से करते हैं: गाढ़ा करने के लिए (जैसे-
आईसक्रीम), भिन्न स्तरों का गाढ़ापन लिए दो मिश्रणों से मिश्रण बनाना,
टेक्सचर को बदलने के लिए (गाढ़ा या चबाने योग्य बनाने के लिए) क्रिस्टल को
स्थायित्व प्रदान करने के लिए। खाना पकाते वक्त हम कुछ रेसिपी में जेलाटिन
का इस्तेमाल करने के लिए रोकुँगा, क्योंकि इसका स्रोत जानवर है। कैरागीनन
प्राकृतिक गोंद है जो विशेषकर के सीवीड से एक्सट्रेक्ट करके प्राप्त होता
है जो ब्रिटेन के पास एटलानटिक ओशन, कॉन्टिनेनटल यूरोप और र्नाथ अमेरिका
में साधारणतः पाया जाता है। कैरागीनन को एक्सट्रेक्ट करने के लिए सीवीड को
उबाला जाता है। उस विचार से, कैरागीनन पूरी तरह प्राकृतिक है- टोमाटो
पेस्ट को बनाने के तरीके से ज़्यादा अंतर इसको बनाने में भी नहीं है।
घर
का खाना, ताज़ा बनता है और खाया जाता है। हमें कैरागीनन या ज़ैनथम गम की
ज़रूरत नहीं पड़ती है क्योंकि खाना को बहुत देर तक संरक्षित करने की ज़रूरत
नहीं है। खाना पकाने और खपत होने का समय अंतराल बहुत कम होता है। हाँ,
कैरागीनन का इस्तेमाल जेलाटिन के विकल्प में चीज़केक और जेली में हो सकता
है।