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एक विशिष्ट इलेक्ट्रिक कन्वेक्शन
के लिए चार प्रकार के गर्म करने वाले बरनर का तत्व सेरामिक ग्लास कुक टॉप
पर इस्तेमाल होता है। ग्लास कुक टॉप से यह सहुलियत मिलती है कि हम गरम होने
वाले तत्व को काँच के पार से देख सकते हैं और मुलायम सतह को साफ करने में
भी आसानी होती है। एक बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि ग्लास टॉप पर कोई खरोंच न
पड़ें या अनुपयुक्त बर्तन से किसी भी प्रकार का खरोंच न पड़ें।
सबसे अच्छा
समतल
सतह वाला पैन ही इसके लिए सबसे अच्छा होता है। पुराना पैन या पतला बर्तन
थोड़ा गोलाकार सतह वाला होता है जिससे ग्लास में दरार पड़ने की संभावना बन
जाती है। स्टेनलेस स्टील का बर्तन इसके लिए पहला पसंद होता है। भारी वज़न
वाला अल्युमिनियम और टिटानियम का बर्तन जिसमें नॉनस्टिक लगा होता है वह
अच्छा काम करता है।
स्वीकार्य योग्य
जिस
बर्तन के नीचे ताँबा लगा होता है वही अच्छा होता है लेकिन बर्तन के नीचे
अगर अवशिष्टांश लगा रहा या कोई चिह्न लगा रहा और उसे तुरन्त साफ नहीं किया
गया है तो ताँबा में दाग जम जाता है। मोटे सतह वाला पोरसिलेन और एनामेल के
बर्तन का भी चुनाव कर सकते हैं लेकिन पैन यदि ज़्यादा देर तक रहा या कोई भी
खाद्द पदार्थ उबालकर सूखाने के लिए रखा गया तो गलने का डर रहता है।
सावधान रहें
पत्थर
का बर्तन और कास्ट आयरन का बर्तन ग्लास पर खरोंच डाल सकता है। इन बर्तनों
का निचला सतह खुरदुरा हो सकता है अतः वह मुलायम काँच के सतह को क्षति
पहुँचा सकता है। कास्ट आयरन का बर्तन ताप को बनाये रखता है जो गर्म होने
वाले तत्व के काम में खाना पकाने वाले पदार्थ के द्वारा हस्तक्षेप करता है
जिससे काँच को क्षतिग्रस्त हो सकता है।
ध्यान में रखें
ग्लास
कुक टॉप पर ऐसे आकार वाले बर्तन का इस्तेमाल करना चाहिए जो गर्म होने वाले
जगह को पूरा ढक लें, अगर बर्तन बहुत बड़ा होगा तो खाना ठीक से नहीं पकेगा
और बर्तन बहुत छोटा होगा तो ईंधन से खतरा उत्पन्न हो सकता है।