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अपने प्लेट में चॉकलेट केक को
देखना भी पाप है? यह मेरा सबसे प्रिय डेज़र्ट् है, कोई मुझे इसे खाने से
रोक नहीं सकता! चॉकलेट के लिए बढ़ावा है लेकिन इसका आदि होने से बचें
क्योंकि इसमें मौजूद चीनी सेहत को क्षति पहुँचा सकती है।
चॉकलेट
जैसा स्वादिष्ट खाद्द, थियोब्रोमा कोको ट्री के पॉड से प्राप्त होता है।
श्रीलंका के जावा और सामोई में इसका उपज होता है। कोको पॉड के परिपक्व होने
पर बीन्स को निकाला जाता है, बीन्स के फ्लेशी पार्ट को स्वादिष्ट बनाने के
लिए भूना जाता है। भूने भाग को एक साथ पीसा जाता है और चॉकलेट लिक्विर को
तैयार करने के लिए बनाया जाता है। इस प्रकार हमारे पास आते हैं डार्क
चॉकलेट, बिटर स्वीट चॉकलेट, कोको पावडर (डच और नैचुरल), मिल्क चॉकलेट,
सेमीस्वीट चॉकलेट, स्वीट चॉकलेट, अनस्वीटेन्ड चॉकलेट, व्हाईट चॉकलेट (कोको
बटर से बना होता है, कोको बीन्स के नॉन-फैटी इन्ग्रेडीएन्स को लिए हुए होता
है और ऑफ व्हाईट रंग का होता है। बहुत लोग इसे चॉकलेट नहीं मानते क्योंकि
कोको सॉलिड कम मात्रा में रहता है।
चॉकलेट में एल्कॉलाइड रहता है
जैसे - थियोब्रोमाइन और फिनेथाइलामाइन, जिसका शरीर पर क्रिया विज्ञान का
प्रभाव पड़ता है। इसका मस्तिष्क के सिरोटोनिन स्तर से संबंध रहता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि चॉकलेट संतुलित मात्रा में खाने से रक्त चाप कम
होता है। वर्तमान में पता लगा है कि र्डाक चॉकलेट खाने से स्वास्थ्य लाभ
होता है, उसमें वर्तमान एन्टी-ऑक्साइड फ्री रेडिकल के बनने की मात्रा को कम
करता है। जान लें की थियोब्रोमाइन के उपस्थिती कुछ पशुओं के लिए जान लेवा
होती है।
आपके द्वारा संरक्षित चॉकलेट अगर व्हाईट या ग्रे रंग का हो
जाये तो, निराश होने की बात नहीं। चॉकलेट को बहुत आदर की ज़रूरत है, उसे
पंद्रह डिग्री सेंटीग्रेड में रखने की ज़रूरत है। अगर चॉकलेट को प्रोसेस्ड
किया जाये तो सफेद धब्बों से बचाने के लिए मदद करता है। चॉकलेट का सबसे
बड़ा दुश्मन है नमी और जब आप डबल बायलर में पिघालने के लिए रखते हैं तब
सावधान रहें कि एक बूँद पानी इसे बरबाद कर सकता है।
घर में चॉकलेट
पिघालने से एक प्यारा चॉकलेट सॉस मिलता है जो वेनीला आईसक्रीम पर डाला जाता
है। दूध, कोको पावडर, र्कानफ्लावर और चीनी से फिर गानाश बनाने की कोशिश
करें (मेल्टेड चॉकलेट में क्रीम)।