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इसे तेलों का राजा माना जाता है।
यह बहुमुखी है जो खाना पकाने और ड्रेसिंग के लिये अच्छा होता है। और क्या,
इसका स्वाद उत्तम होता है और सभी तेलों में सबसे अधिक स्वस्थ होता है, जो
मोनोसैच्युरेटेड फैट्स् का अच्छा स्रोत है जिससे ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर
को कम किया जा सकता है।
ऑलिव से तेल कैसे निकाला जाता है
ऑलिव
फल का एकमात्र तैलीय जूस होता है वर्जिन ऑलिव आइल। इसको यांत्रिक या अन्य
शारीरिक प्रक्रियाओं से उन तापमान की स्थितियों में निकाला जाता है जिनमें
यह खराब नहीं होता। फल को धोना, क्रशिंग, ऑलिव मैश या पेस्ट बनाना, सॉलिड
और लिक्विड को अलग करना, डिकैन्टिंग/सेंट्रिफ्युजिंग और फिलट्रेशन ही केवल
वे उपचार हैं जो इसमें शामिल होते हैं।
ऑलिव आइल के प्रकार
वर्जिन ऑलिव आइल निम्नलिखित श्रेणियों में वर्गीकृत है:
- एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव आइल
वह वर्जिन ऑलिव आइल है जिसमें फ्री ऐसिडिटी होती है और इसे ओलिक ऐसिड,
जिसमें हर 100 ग्राम में 0.8 ग्राम होता है, और ऑरगैनोलेप्टिक अभिलक्षण में
व्यक्त किया जाता है।
- वर्जिन ऑलिव आइल में
फ्री ऐसिडिटी होती है और इसे ओलिक ऐसिड, जिसमें हर 100 ग्राम में 2 ग्राम
होता है, और ऑरगैनोलेप्टिक अभिलक्षण में व्यक्त किया जाता है।
- साधारण वर्जिन ऑलिव आइल
में फ्री ऐसिडिटी होती है और इसे ओलिक ऐसिड, जिसमें हर 100 ग्राम में 3.3
ग्राम होता है, और ऑरगैनोलेप्टिक अभिलक्षण में व्यक्त किया जाता है।
- रिफाइन्ड ऑलिव आइल
को वर्जिन ऑलिव आइल से निकाला जाता है और इसकी फ्री ऐसिडिटी, जिसे ओलिक
ऐसिड, जिसमें हर 100 ग्राम में 0.3 ग्राम ग्राम होता है, में व्यक्त किया
जाता है।
- ऑलिव आइल को
रिफाइन्ड ऑलिव आइल और वर्जिन ऑलिव आइल के मेल से बनाया जाता है जो ऐसे ही
सेवन करने के लिये उपयुक्त होता है। इसमें फ्री ऐसिडिटी होती है और इसे
ओलिक ऐसिड, जिसमें हर 100 ग्राम में 1 ग्राम होता है, में व्यक्त किया जाता
है।
कुछ बहुमूल्य सुझाव
याद
रखें कि ऑलिव फल होता है और वर्जिन ऑलिव आइल एक फल का जूस होता है। हवा,
गर्मी और रोशनी ऑलिव आइल को बासी बना सकते हैं। यदि आपका तेल का स्वाद
मक्खन जैसा आ रहा हो, तो वह बासी है। ऑलिव आइल को हवा तंग कन्टेनर में
गर्मी और रोशनी से बचा कर रखें। गुणवत्ता बनाए रखने के लिए, गर्म महीनों के
दौरान तेल को फ्रिज में रखना अच्छा विचार है। यह मटमैला लग सकता है, पर
इससे तेल को हानि नहीं पहुंचती। मटमैलेपन को हटाने के लिये तेल के तापमान
को रूम टेम्प्रेचर तक ले आयें।
एक प्राकृतिक उत्पाद के रूप में और
वाइन के विपरीत, ऑलिव आइल समय के साथ नहीं सुधरता तो इसलिये उत्पाद के ऊपर
दिये गये लेबल पर समय के हिसाब से ही इसका सेवन करना उचित होता है। फिर भी,
विविधता पर निर्भर करते हुये, एक अच्छी तरह से रखा हुआ तेल अठारह महीनों
के लिए प्रयोग किया जा सकता है। तेल के रंग पर इसकी गुणवत्ता निर्धारित
नहीं होती है।
ऑलिव आइल के साथ पकायें
भारतीय
रसोई में ऑलिव आइल के साथ खाना पकाना सरल है। आपको सिरफ अपने पारंपरिक तेल
को ऑलिव आइल से बदलना होगा। आप कोई भी रेसिपी पका सकते हैं: चाहे वह एक
स्वस्थ पालक शोरबा हो या गुजराती बटाटा नु शाक, चाहे वह एक स्वादिष्ट प्रॉन
पुलाव हो या एक कुरकुरा कॉर्न भेल विद टोमाटोज़ ऐण्ड ऑलिव्स्…यह कभी न
समाप्त होने वाली लिस्ट है। हाँ, आप सबके मनपसंद पकवान भी बना सकते हैं
जैसे तंदूरी चिकन, मटन करी, बिरयानी, दोसा, कोकी, कबाब, मठरी, उपमा, लड्डू,
टिक्की, अचार! और हमें दिव्य शाही टुकड़े, बालुशाही, गुजिया भी नहीं भूलने
चाहिये।
जब आप हल्का भून रहे हों या तल रहे हों, तो या तो एक
संयोजन ऑलिव आइल (जो केवल एक्स्ट्रा वर्जिन और नियमित ऑमिव आइल का मेल हो)
या सीधे ऑलिव आइल का प्रयोग करें। ऑलिव आइल में तले हुये खाद्य पदार्थों
में कम फैट होता है, जिससे वह मोटापा रोकने में मदद करते हैं। इसलिए ऑलिव
आइल तलने के लिए सबसे उपयुक्त, सबसे हल्का और सबसे स्वादिष्ट फैट होता है।