जब आप चाट कहते हैं, तब क्या चाट मसाला के बारे में सोचते हैं? मैंने अपना बचपन मेरठ शहर में बिताया है और मैं चाट के स्वाद के साथ ही बड़ा हुआ हूं। चाट के हर सामग्री का एक-एक स्वाद मेरे ज़बान पर है। फास्ट फूड के युग में चाट ज़्यादातर लोगों का पसंदीदा होता है। एकत्र भी आसानी से ही हो जाता है और यह पूर्ण और स्वास्थ्यवर्द्धक होता है। यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि इसका स्वाद अद्वितीय होता है, है न?
भारतीय खाद्द और सार-तत्व
चाट मसाला ज़रूरी परम्परागत भारतीय मसालों का मिश्रण है जो हर घर में पाया जाता है। आज कल रेडिमेड चाट मसाला सब जगह आसानी से उपलब्ध होता है। बाहर निर्यात भी होता है यहाँ तक कि विदेशी भी इसे पसंद करते हैं। आप घर में भी इसे बना सकते हैं, ये सब सामग्रियाँ आपके मसाला बॉक्स का अन्यतम अंग होती है।
चाट मसाला क्यों?
चाट मसाला असल में है क्या? इसका नामकरण कहाँ हुआ? हिन्दी में चाट का अर्थ चाटना है। आप अपने ऊंगलियाँ चाटने के लिये कब मजबूर हो जाते हैं? जब खाना इतना स्वादिष्ट होता है कि आखिर तक चाटने के लिये मजबूर हो जाते हैं।
चाट मसाला चटपटा होता है और भारतीय खाना असल में भी चटपटा होता है। यह स्वादिष्ट व्यंजन तीखा, मीठा, खट्टा और नमकीन होता है। चाट मसाला किसी भी व्यंजन में छिड़कने पर उसका स्वाद अलग ही स्तर में पहुँच जाता है।
चाट मसाला के नाम से मेरा मन बचपन में चला जाता है, जब अनियमित समय में भूख लगती थी, तब बची हुई रोटी पर घर का बना मक्खन लगाकर चाट मसाला छिड़कर रोल करके खानेपर भूख मिट जाती थी। इस तरह आप ताज़ा कटे फल या वेजिटेबल सलाद या उबले अंकुर के ऊपर छिड़क सकते हैं, स्वर्गीय स्वाद आ जायेगा।
इतना ही नहीं, आप दही वडा, तरह-तरह के कबाब, भजिया और तन्दूरी चिकन पर भी इसे छिड़क सकते हैं। लिखते हुये ही मेरे मुँह में पानी आ रहा है और स्वादिष्ट व्यंजन का लुत्फ़ उठाने का मन कर रहा है।
द्रुत विश्लेषण
चाट मसाला जैसे ही आपके जीभ को स्पर्श करता है, आपको कैसा महसूस होता है? इसमें भूना जीरा का अनोखा स्वाद, अमचूर का लज़्ज़तदार खट्टापन, काला नमक का अद्भुत स्वाद है जो इसे असामान्यता प्रदान करता है।
चाट मसाला की सबसे अच्छी बात यह है कि इसको पकने के बाद या पहले इस्तेमाल किया जा सकता है या सजाने के लिये छिड़का जा सकता है।