आलू में है दम आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे?’ याद है ये खेल जो हम बच्चों के साथ खेलते हैं? By Sanjeev Kapoor 03 Apr 2015 in लेख Know Your Ingredients New Update आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे?’ याद है ये खेल जो हम बच्चों के साथ खेलते हैं? बचपन से ही आलू हमारे जीवन का एक अंश बन जाता है, आज भी है और भविष्य में रहेगा भी। दिल्ली के पड़ोसी की बात मुझे याद है जो रात को डिनर में जीरा आलू और मूँग की दाल बनाते थे। और मैं अपने माँ से कहता है अगर वे रोज़ आलू खा सकते है तो हम क्यों नहीं?! जीरा आलू बहुत स्पष्ट है: छिलके के साथ छोटे क्युबाकार में आलू काटकर तेल में जीरा का छौंक लगाकर पकाया जाता है। मसाले में सिर्फ काली मिर्च और नमक और कुछ नहीं। अब मुझे आश्चर्य होता है कि वे रोज आलू ही क्यों पकाते थे? साधारण-सी बात है कि सब लोगों को अच्छा लगता था और उनको दूसरा कुछ पता नहीं था (शायद)!जब भी हम इस सवाल में अटक जाते है कि - ‘आज क्या पकाएं’ जवाब आता है ‘आलू का कुछ बना लें’! आलू है ही ऐसा, बहुत ही लोकप्रिय, वैभिन्नता से भरा हुआ और नॉन फैटनिंग। नॉन फैटनिंग?! हम हमेशा सोचते है ज़्यादा आलू खाने से हम वैसा ही बन जाएंगे! कोई भी चीज़ ज़्यादा खाने से अतिरिक्त किलो तो प्राप्त होगें ही। लेकिन आलू के बारे में पढ़े और जाने। हाँ, उसमें कार्बोहाइड्रेट प्रचुर मात्रा में रहते हैं, जो ऊर्जा प्रदान करते हैं। एक मध्यम आकार का आलू 97 कैलोरी प्रदान करता है। फैट रहता है आलू के चिप्स और फ्रेंच फ्राई और आलू के परांठे में।आलू में बहुत दम है। लेकिन इसके लिए नहीं कि एक व्यंजन का नाम दम आलू है! मैं आश्चर्य में पड़ जाता हूँ कि जब मेहमान नवाज़ी मेरे ही प्रेपरेशन से करते हैं, जैसे- आलू का हलवा, आलू का सूप और आलू का पीज़ा। आलू को बहुत तरह से पकाया जा सकता है। बहुत साल पहले एक पार्टी में डेज़र्ट् के लिए कोई आइडिया नहीं मिल रहा था। शाम को बहुत ठंडी भी थी। अल्योना और मैंने यह तह किया कि हलवा परोसा जाएगा। आलू का हलवा सूजी के हलवा की तरह परोसा गया। पता है फिर क्या हुआ? सबको पसंद आया सिर्फ एक मेहमान ने टिप्पणी की कि ‘सूजी बहुत बारीक लग रही , आपने इसे खरीदा कहाँ से!’कौन सी रेसिपी आप बना सकते हैं हम इस बारे में बात नहीं कर रहे हैं - क्योंकि इसके संभावना की कोई कमी नहीं है। आप इसे काट कर, ग्रेट कर, सुखा कर कुछ भी कर सकते हैं। आप इसको स्टीम भी कर सकते हैं: छिलके के नीचे ही सबसे पौष्टिक चीज़ रहती हैं। सबसे अच्छा तरीका है छिलके के साथ ही पकाएं या जितना पतला हो सके छिलका छुड़ा लें।क्या आपको पता है कितने आलू हम खाते हैं? एशियन लगभग 25 किलो हर साल और ब्रिटिशर 84 किलो हर साल खाते हैं!कहा जाता है, दुनिया में दो सबसे महत्वपूर्ण और गंभीर विषय हैं जिनका मज़ाक नहीं कर सकतें: आलू और वैवाहिक जीवन। हज़ारों तरह से आलू बना सकते हैं। मेरी इच्छा है कि कोई दुनिया भर में घूमकर आलू के व्यंजनों को एक किताब में संग्रह करे! Subscribe to our Newsletter! Be the first to get exclusive offers and the latest news Subscribe Now You May Also like Read the Next Article