मिठाई और डेजट् किसी भी भारतीय त्योहार का दिल और आत्मा होता है यानि अभिन्न अंग होता है। दिवाली आते ही घर में ‘चलो मिठाई बनाने’ का नारा गूंजने लगता है! बेसन लड्डु, अनारसे और मोहनथाल यह तीनों मिठाई दिवाली में बनते ही है। काजू कटली तो व्यक्तिगत पसंद होता है, थोड़ा अलग हट कर बादाम कटली या ब्लूबेरी सैंडवीच कटली भी बना सकते है।
परम्परागत मिठाई में बहुत सारा फैट और शुगर होता है और अगर यह दिवाली की मिठाई है तो घर पर ही बनाया जाती है। जब आप यह मिठाईयाँ घर पर बनाते है तब यह बाज़ार में पाये जाने वाले मिठाईयों से हजार गुना अच्छा होता है क्योंकि एक तो यह स्वच्छता का ध्यान रख कर बनाया जाता है और दोस्तलोग भी इसको पसंद करते है। साथ ही अगर उपहार में अपनों का छुवन हो तो क्या कहनें!
आकर्षक उपहार का बॉक्स बनायें और रंगीन पेपर कपकेक होल्डर में विभिन्न प्रकार के लड्डु भरें। आप चोको कोकोनट लड्डु, ड्राई फ्रूट और खजूर का लड्डु, रवा लड्डु, बादामी बेसन के लड्डु बना सकते है और बूंदी का लड्डु भी अच्छा होता है!
त्योहार के दो-तीन दिन पहले गुजिया या करन्जी भी बना सकते है। हवाबंद जार में रख सकते हैं। इसी तरह मोहनथाल और बेसन का लड्डु भी बना सकते हैं। बूंदी का लड्डु एक दिन पहले बनाएं और जितनी जल्दी हो सके सबको बाँट दें या खपत कर दें। सभी खोया का बना बरफी रेफ़्रिजरेटर में रख कर संरक्षित कर सकते हैं। अगर चाहे तो जलेबी और गुलाब जामुन भी घर पर बना सकते हैं और गरमागरम परोस सकते हैं।
काजू कतली से बनी मिठाईयों की बहुत चर्चा होती है। आकार देने के लिए बेस बहुत अच्छा होता है जैसे - छोटा तरबूज़, सीताफल, भुट्ठा, कलश जो भी चाहे आकार दे सकते है। यह देखने में बहुत आकर्षक लगते हैं।
ड्राई फ्रूट कुछ समय के लिए फ्रिज के एक कोने में रखा जा सकता है। अगर मौसम कुछ ठंडा हो रहा है तो पिस्ता, आलमंड और काजू से ड्राई फ्रूट चिक्की बना सकते हैं। नमकीन में नमकीन शक्करपारे, चकली, मेथी मठरी, तीखी सेव, ननखटाई, छोलाफल्ली और चिवड़ा आदि दूसरे मनपसंद चीजें है जो त्योहार के मौसम में बहुत दिखते हैं।
बॉक्स में डालने के लिए घर की बनी दिवाली की क्या मिठाई होगी? यहाँ बहुत सारे मिठाईयों की सूची दी जा रही है आपको जो पसंद हो उसका चुनाव करें।