अपने किचन को ठंडा कैसे रखें?

New Update
how to keep your kitchen cool at all times

विभिन्न तरह के पाकशैली के कारण किचन में ताप और वाष्प का उत्पादन होता है। गर्मी के दिनों में किचन बहुत खराब लगता है और रोज़ का काम करने में परेशानी महसूस होती है। किचन के आकार के ऊपर भी गर्मी का स्तर निर्धारित होता है। बड़े किचन की तुलना में छोटा किचन जल्दी गरम हो जाता है। अगर हम किचन में ताप के उत्पादन को कम कर सकें, तो खाना पकाते समय कुछ हद तक आराम मिल सकता है।

इन साधारण नियमों पर अमल करके आप अपने किचन को ठंडा रख सकते हैं:

पकाने का समय: सुबह खाना पकाने का सबसे अच्छा समय होता है और किचन को भी गरम होने से बचाया जा सकता है। खाना पकाने की प्रक्रिया से ताप का उत्पादन होता है। अतः सुबह खाना पकाना दोपहर से तुलनात्मक रूप में ठंडा होता है, जब सूर्य हमारे ठीक ऊपर होता है।

वेन्टिलेशन: किचन को ठंडा रखने के लिए खिड़की और दूसरे आउटलेट्स बहुत ज़रूरी होते हैं। हवा के आवागमन के लिए खिड़की को खुला रखें। एक्सहॉस्ट फैन और किचन चिमनी का इस्तेमाल करके किचन से महक और गरम वायु को बाहर निकाल सकते हैं।

ओवनका इस्तेमाल कभी-कभी करें: ताप के उत्पादन का मूल स्रोत ओवन होता है। बार-बार बेक करने से किचन गरम होता है। खाना पकाते समय ओवन को बार-बार खोलने से गरम वायु का निष्कासन होता है, जिससे किचन जल्दी गरम हो जाता है। सुबह और शाम के समय दोपहर की तुलना में परिवेश ठंडा रहता है, इसलिए उस समय बेक करना अच्छा होता है। अगर आप बहुत सारी चीज़ें बेक कर रहे हैं या बड़ी मात्रा में बेक कर रहे हैं तो निर्धारित समय में योजनाबद्ध रूप में खत्म करने की कोशिश कीजिए। इस से समय और ऊर्जा की खपत कम होती है, काम सरल होता है और तनाव भी कम होता है।

प्रेशर कुकिंग: प्रेशर कुकर से खाना जल्दी बनता है। आप दो या तीन विभिन्न तरह का खाना एक ही बार में पका सकते हैं। पाकशैली के नवीनीकरण से आप प्रेशर-कुकर का इस्तेमाल कई तरह से कर सकते हैं। इस अद्भुत मशीन से आप स्वादिष्ट केक को भी बेक कर सकते हैं। जल्दी खाना पकाने से और ताप निष्कासन के स्तर को कम करने से किचन कम गरम होता है।

स्लो कुकर कुकिंग: किचन को ठंडा रखने के लिए यह सर्वोत्तम और सबसे अच्छा तरीका है। कूकर को खाद्द से भर दें और दिन के अंत तक धीरे-धीरे वह खाने योग्य बन जाएगा। स्लो कुकर कुकिंग में देखरेख की भी ज़रूरत नहीं पड़ती है। यह विधि पोर्क, चिकन और श्रिंप के लिए आदर्श होता है।

सोलर कुकिंग: सूरज की ऊर्जा जैसे शक्तिशाली ऊर्जा से खाना पकाना स्वास्थ्यवर्द्धक होता है। कुकर को दाल, चावल और दूसरे खाद्द से भर दें, यह पकने में कम समय लेता है। कुकर को सुबह ही धूप में रख दें। दोपहर के खाने के वक्त खाना बनकर तैयार हो जाएगा।

स्मार्ट कुकिंग अप्लाइन्स: नये ज़माने का ऊर्जा कार्यक्षम कुकिंग अप्लाइन्स जैसे- टोस्टर, ग्रिडल, ग्रिल, इलेक्ट्रिक कुकर आदि खाना पकाने के समय की बचत करता है। स्टोव या ओवन की तुलना में इससे खाना जल्दी पक जाता है। इससे आपका खाना पकाने का काम आसान हो जाता है और ऊर्जा कार्यक्षम भी होता है।

इन्डक्शन कुकिंग: इन्डक्शन कुकटॉप और बर्नर शक्तिशाली होता है और खाना पकाने के समय और ऊर्जा को कम करने में मदद करता है, इससे आप किचन में कम समय व्यतीत करते हैं। इंडक्शन अप्लाइन्स से कम ताप का उत्पादन होता है।

बिना आग के खाना पकाना: बिना आग के ताज़ा फल और सब्ज़ी का सलाद बनता है। ये स्वास्थ्यवर्द्धक होता है, शरीर को ठंडक प्रदान करता है, जल्दी और आसानी से बन जाता है और ईंधन की बचत होती है और इससे किचन भी ठंडा रहता है।

गरम करने वाले अप्लाइन्स: ओवन और किचन के लाइट का जब इस्तेमाल न हो रहा हो तब बंद रखें। किचन से निकलने के पहले सारे गरम करनेवाले अप्लाइन्स बंद कर दें। इससे किचन भी ठंडा रहेगा और रूपये की भी बचत होगी।