भारत के दाल - पलसेस का अंतरराष्ट्रीय वर्ष - 2016

2016 पलसेस का अंतरराष्ट्रीय वर्ष होने के कारण, हम यह देखेंगे कि कई दाल जो कि केवल आधे किये हुये पलसे

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dals of india international year of pulses 2016

2016 पलसेस का अंतरराष्ट्रीय वर्ष होने के कारण, हम यह देखेंगे कि कई दाल जो कि केवल आधे किये हुये पलसेस होते हैं क्यों एक हेल्थ फ्रीक के आहार चार्ट में एक अनिवार्य सामग्री होते हैं

  • उच्च मात्रा में प्रोटीन
  • ग्लूटेन रहित
  • डायबेटीज़ के रिस्क को कम करते हैं
  • हार्ट फ्रेंडली – कॉलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखते हैं
  • पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं
  • एनर्जी बूस्टर

तो देखें हमारे 6 मनपसंद दाल के कुछ व्यक्तिगत लाभ और शानदार रेसिपीज़! 


तूर दाल/अरहर दाल –
तूर दाल शरीर में कॉम्प्लेक्स कार्बोहायड्रेट के रूप में ऊर्जा के लिये एक बहुत अच्छा स्रोत है। तूर दाल में है अधिक मात्रा में डायट्री फाइबर, बहुत कम कॉलेस्ट्रॉल और अच्छी मात्रा में फोलेट और आयरन जो कि इसे गर्भवती महिलाओं के लिये एक अच्छा विकल्प बनाता है। 

तूर दाल आमटी – यह आसान माहाराष्ट्रियन व्यंजन उतना ही स्वादिष्ट है जितना यह बनाने में आसान है। इसे केवल स्टीम्ड राइस के साथ परोसें और इस स्वाद से भरपूर दाल के साथ आपको किसी भी चीज़ की ज़रूरत नहीं। 


मूंग दाल –
जब मूंग बीन्स् से बाहरी हरा खाल निकाल दिया जाता है तो आपको मिलता है पीला मूंग दाल जो आपके त्वचा और बालों के लिये बहुत लाभदायक होता है। मूंग दाल और दूध से बनाये हुये पेस्ट को कुछ मिनटों के लिये त्वचा पर लगाने से शुष्क त्वचा, मुँहासों और अनचाहे टैन से छुटकारा पाया जा सकता है। डायटिंग करने वालों के लिये भी मूंग दाल काफी अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें बहुत ही कम मात्रा में कैलोरी होते हैं। 

बेक्ड मूंग दाल गुजिया – यह स्वादिष्ट रेसिपी दो मनपसंद मिठाइयों को साथ लाता है। मूंग दाल हलवा और गुजिया एक नये अवतार में – यह उत्सवों का भोजन है। 


चना दाल –
यह उन पलसेस में से एक है जिनमें अधिक मात्रा में वीगन प्रोटीन होते हैं और इसमें अधिक मात्रा में फोलेट भी होता है जो डायबटीज़ को दूर रख सकता है और पाचन शक्ति बढ़ाता है। कुछ नहीं बस यंग छोलों को स्पलिट करके चमकाया जाता है, चना दाल से बेसन भी बनाया जाता है, जो कि भारतीय रसोईघरों का एक महत्वपूर्ण सामग्री है। 

पाइन्नैपल ऐण्ड चना दाल स्ट्रूडल – यह रेसिपी शेफ रणवीर ब्रार की है और हमें इसके शानदार पाइन्नैपल और चना दाल का मेल और भारतीय स्वादवाला फिरंग दिखने वाला डेज़र्ट बहुत पसंद है। 


उड़द दाल – छिलके के साथ और छिलके के बिना, स्पलिट किया हुआ या होल, इस दाल को कई तरह से खाया जा सकता है। पकने पर थोड़ा चिपचिपा टेक्सचर वाला, उड़द दाल डायजेस्टिव ट्रैक्ट में बेहतर भोजन के टूटने में मदद करने वाले अत्यधिक मूल्यवान लघु श्रृंखला फैटी एसिड के उत्पादन का कारण है। इसी दाल से लाजवाब दक्षिण भारत के पकवान जैसे इडली और दोसा भी बनाया जाता है। 

उड़द दाल पराठा – गेहूं के आटे के लोई में स्टफ किया हुआ पका हुआ तीखा उड़द दाल फिल्लिंग जिसे हल्के से घी में पैन फ्राय किया गया हो। इसे दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है – ब्रेकफास्ट, लंच, स्नैक या डिनर। 


मसूर दाल – यह एक सस्ते प्रोटीन से भरपूर डायट का भाग है, मसूर दाल न केवल आपके खाने में एक सुंदर रंग लाता है पर काफी सारा पोषण भी लाता है। अधिक मात्रा में फाइबर ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है और इसमें प्रस्तुत  ऐन्टिऑक्सिडेन्ट्स् इम्युनिटी को बढ़ाने में और कई तरह के कैंसर को रोकने में मदद करते हैं।  

मसूर दाल कीमा – सुगंधित भारतीय मसालों के स्वाद से भरा यह मसूर दाल और कीमा का मिश्रण चावल के साथ खाने में उतना ही अच्छा लगता है जितना किसी भी प्रकार के ब्रेड के साथ। 


राजमा – मैंगनीज़, फोलेट और कैलशियम से भरपूर राजमा आपकी हड्डियों को मज़बूत रखने में मदद करता है और खाने से न्युट्रियेन्ट्स् के बेहतर अवशोषण में भी मदद करता है। राजमा में इनसॉल्युबल फाइबर भी होता है जो बावेल मूवमेन्ट्स् को संतुलित रखने के साथ-साथ पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है। 

राजमा गलौटी कबाब – हाँ राजमा चावल बहुत ही शानदार है और हर बार हिट होता है, पर ये कबाब उतने ही अच्छे हैं, तो इन्हे ज़रूर ट्राय करें। दही के डिप के साथ परोसे जाने वाले कबाब आपको इनकी लत लगा सकते हैं।


तो sanjeevkapoor.com पर इन मज़्ज़ेदार रेसिपीज़ के साथ पलसेस का अंतरराष्ट्रीय वर्ष का जश्न मनायें।